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Showing posts from February, 2021

छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती 🗡️

  छत्रपति शिवाजी महाराज वीरता रक्त में हमेशा के लिए रह सकती हैं।  भारत के वीर सपूतों में से एक श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में सभी लोग जानते हैं। शिवाजी जयंती हर साल 19 फरवरी को मनाई जाती है। शिवाजी के पिता शाहजी और माता जीजाबाई के पुत्र थे। उनका जन्म स्थान पुणे के पास स्थित शिवनेरी का दुर्ग है। राष्ट्र को विदेशी और आतताई राज्य-सत्ता से स्वाधीन करा सारे भारत में एक सार्वभौम स्वतंत्र शासन स्थापित करने का एक प्रयत्न स्वतंत्रता के अनन्य पुजारी वीर प्रवर शिवाजी महाराज ने भी किया था। इसी प्रकार उन्हें एक अग्रगण्य वीर एवं अमर स्वतंत्रता-सेनानी स्वीकार किया जाता है। महाराणा प्रताप की तरह वीर शिवाजी राष्ट्रीयता के जीवंत प्रतीक एवं परिचायक थे।  उनका बचपन उनकी माता जिजा बाई के मार्गदर्शन में बीता। माता जीजाबाई धार्मिक स्वभाव वाली होते हुए भी गुण-स्वभाव और व्यवहार में वीरंगना नारी थीं। इसी कारण उन्होंने बालक शिवा का पालन-पोषण रामायण, महाभारत तथा अन्य भारतीय वीरात्माओं की उज्ज्वल कहानियां सुना और शिक्षा देकर किया था। दादा कोणदेव के संरक्षण में उन्हें सभी तरह की सामयिक युद्ध...

Be like an Eagle

  Did you know that an eagle can foresee when a storm is approaching long before it breaks? Instead of hiding, the eagle will fly to some high point and wait for the winds to come. When the storm hits, it sets its wings so that the wind can pick it up and lift it above the storm. While the storm rages below, the eagle soars above it. The eagle doesn't escape or hide from the storm instead it uses the storm to lift it higher. It rises on the stormy winds which others dread. When the storm of life or challenges hit us, we can rise above them and soar like the eagle which ride the winds of the storm. Don’t be afraid of the storms or the challenges in your life. Use it to lift you higher in your life. This is a small story but gives a Big message. May this help you in empowering your life.